फरवरी
<% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%= node_description %>
<% } %> Read More... <%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %> <%= node_description %>
<% } %> <% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
Read More... परम पूज्य योग-ऋषि श्रद्धेय स्वामी जी महाराज की शाश्वत प्रज्ञा से नि:सृत शाश्वत सत्य ...
Published On
By योग संदेश विभाग
राममय हो रहा है रोम-रोम व सम्पूर्ण अस्तित्व। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम मात्र एक व्यक्ति नहीं, मात्र मन्दिर की एक प्रतिमा भर नहीं...
Read More... विश्व धनिकों की सूची में आना नहीं है लक्ष्य, सेवा व परोपकार ही एकमात्र ध्येय
Published On
By योग संदेश विभाग
आचार्य बालकृष्ण
Read More... पतंजलि गुरुकुलम् शिलान्यास समारोह में माननीय रक्षा मंत्री जी का उद्बोधन
Published On
By योग संदेश विभाग
पतंजलि योगपीठ भारतीय ऋषि-महर्षियों के प्राच्य ज्ञान योग, आयुर्वेद, भारतीय संस्कृति, सनातन परंपराओं व मूल्यों तथा गुरुकुलीय शिक्षा पद्धति को...
Read More... पतंजलि गुरुकुलम् शिलान्यास समारोह में मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव जी का उद्बोधन
Published On
By योग संदेश विभाग
महर्षि दर्शनानंद गुरुकुल महाविद्यालय, ज्वालापुर तथा आचार्यकुलम् के शिलान्यास कार्यक्रम में माननीय मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश श्री मोहन यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित...
Read More... शिलान्यास समारोह की मुख्य झलकियाँ
Published On
By योग संदेश विभाग
यज्ञ में आहुति के पश्चात पूज्य योग ऋषि स्वामी रामदेव जी महाराज व श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण जी महाराज के साथ पतंजलि गुरूकुलम तथा आचार्यकुलम पतंजलि...
Read More... स्वामी दर्शनानंद गुरुकुल महाविद्यालय, ज्वालापुर का शिलान्यास कार्यक्रम
Published On
By योग संदेश विभाग
आज से लगभग 1500 वर्ष पहले तक इस देश में कितने बड़े-बड़े विश्वविद्यालय थे, जहाँ गुरुकुल परम्परा प्रचलित थी। तक्षशिला विश्वविद्यालय से...
Read More... स्वामी दर्शनानंद गुरुकुल महाविद्यालय का गौरवमयी इतिहास व विशिष्ट सम्मतियाँ
Published On
By योग संदेश विभाग
पूज्य स्वामी दर्शनानंद ने 1118 वर्ष पूर्व गुरुकुल ज्वालापुर के रूप में एक पौधा रोपित किया था जो आज वट वृक्ष का रूप ले चुका...
Read More...