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निरामयम् (योगग्राम) सर्वश्रेष्ठ प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र
हमने योग के माध्यम से वजन कम करने तथा शारीरिक विषाक्तता को नष्ट करने के उद्देश्य से निरामयम् (योग ग्राम) का दौरा किया। थोड़े खराब सड़क मार्ग से निरामयम् पहुँचने के बाद हम इस अद्भुत केन्द्र को देखकर आश्चर्यचकित रह गये। हमने 10 दिनों तक निरामयम् में आनन्दपूर्वक चिकित्सकीय लाभ लिया।
निरामयम् के कर्मचारीगण बहुत मित्रवत और अतिथियों का सत्कार करने वाले हैं। डॉक्टर श्री कनक सोनी बहुत ज्ञानवान होने के साथ-साथ एक अच्छे श्रोता भी हैं। रोगी का पूर्ण विवरण वे पूरी गहराई से सुनते व समझते हैं। उन्होंने हमें सर्वश्रेष्ठ चिकित्सकीय परामर्श दिये। केन्द्र में कार्यरत थैरेपिस्ट (चिकित्सक के अनुसार उपचार प्रक्रिया को करने वाले कर्मचारी) भी बहुत विनम्र और कुशल हैं। निरामयम् में रोगियों को सात्त्विक व स्वादिष्ट भोजन दिया जाता है, उबला हुआ तथा मिर्च-मसाले रहित भोजन भी इतना स्वादिष्ट हो सकता है, ऐसा हमने पहली बार देखा। हमारे १० दिन जल्दी ही आरामपूर्वक व्यतीत हो गये। निरामयम् की शान्ति और पारगम्यता अद्भुत है।
अंतत: हम डॉक्टर साहब सहित समस्त थैरेपिस्ट, भोजन बनाने वाले कर्मचारिगण तथा हाउसकीपिंग स्टाफ का धन्यवाद करना चाहते हैं जिन्होंने हमारी अच्छी तरह से देखभाल की।
मैं पतंजलि निरामयम् की अनुशंसा हर उस व्यक्ति से करता हूँ जो मानसिक शान्ति चाहता है। यह प्राकृतिक चिकित्सा का सर्वश्रेष्ठ केन्द्र है।
भवदीय, अजीत कुमार बकलिवाल
ओवेरियन हेमोरेजिक सिस्ट में आयुर्वेद रामबाण
मैं काफी समय से अस्वस्थ महसूस कर रही थी। रेडियोलॉजिकल जाँच (अल्ट्रासाउण्ड आदि) कराने पर पता चला कि मुझे दायें अण्डाशय में हेमोरेजिक सिस्ट (३६.८ ङ्ग २४.५ मि.मी.) है। कई एलोपैथिक चिकित्सकों से उपचार कराया, किन्तु कोई लाभ नहीं हुआ। मैंने पतंजलि योगपीठ का काफी नाम सुना था तो मन में विचार आया कि क्यों न पतंजलि की आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को आजमाया जाए। मैं पतंजलि योगपीठ, हरिद्वार स्थित पतंजलि आयुर्वेद हॉस्पिटल पहुँची जहाँ डॉ. मोनिका चौहान ने कुछ सामान्य जाँच के उपरान्त मेरा उपचार प्रारम्भ किया। जिसमें शिला सिन्दूर, गिलोय सत्, प्रवाल पिष्टी, मुक्ता पिष्टी, कहरवा पिष्टी, पुनर्नवादि मण्डूर, ताम्र भस्म, वृद्धिवाधिका वटी, कांचनार गुग्गुल, स्त्री रसायन वटी, चन्द्रप्रभा वटी तथा दशमूलारिष्ट आदि आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग किया गया। साथ ही पंचकर्म चिकित्सा में बस्ती तथा मातृ शोधन से भी उपचार किया गया। ६ महीने निरन्तर उपचार के उपरान्त अब मैं स्वस्थ अनुभव कर रही हूँ।
भवदीया, पूजा चौहान, बरेली, उत्तर प्रदेश
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