पतंजलि विश्वविद्यालय में पूर्व स्नाातक संगम का आयोजन

पतंजलि विश्वविद्यालय में पूर्व स्नाातक संगम का आयोजन

  हरिद्वार, 21 सितम्बर। पतंजलि विवि में ‘पूर्व स्नातक संगम’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें ऑफ लाइन लगभग 450 तथा ऑनलाइन लगभग 120 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर स्वामी जी महाराज ने कहा कि संकल्प में दृढ़ता से भविष्य निर्माण संभव है। विद्यार्थियों को अपने तप को बढ़ाने की आवश्यकता है क्योंकि शिक्षा के उपरान्त आपकी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय व वैश्विक बड़े दायित्वों के लिए तैयार रहना है।  इस अवसर पर आचार्य जी ने कहा कि शिक्षा उपरान्त वास्तविक परिवेश के साथ आपका सामना हो रहा है। सच मानें तो हम परिस्थितियों का सामना जितना अपने आत्मबल और मनोबल से कर सकते हैं उतना साधनों से नहीं कर सकते। पूर्व स्नातक संगम में उपस्थित केन्द्रीय विवि हिमाचल प्रदेश के सहायक प्राध्यापक डॉ. कुलदीप सिंह, विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ कार्यरत योग प्रशिक्षक अमित सिंह, संगम विवि की सहायक प्राध्यापिका शुभांगी शर्मा, महिमा तिवारी, मीनाक्षी सहरावत, स्मिता वर्मा इत्यादि अनेक पुरातन छात्र-छात्राएँ देश-विदेश में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। कार्यक्रम में विवि के प्रति-कुलपति डॉ. महावीर अग्रवाल, डॉ. मयंक अग्रवाल, डॉ. सत्येन्द्र मित्तल, प्रो. के.एन. एस. यादव, कुलसचिव डॉ. प्रवीण पुनिया, डॉ. वेदप्रिया आर्या, स्वामी परमार्थदेव, स्वामी आर्षदेव, डॉ. ए.के. सिंह एवं विवि के समस्त अधिकारीगण व प्राध्यापकगण उपस्थित रहे।

Advertisment

Latest News

परम पूज्य योग-ऋषि श्रद्धेय स्वामी जी महाराज की शाश्वत प्रज्ञा से नि:सृत शाश्वत सत्य ... परम पूज्य योग-ऋषि श्रद्धेय स्वामी जी महाराज की शाश्वत प्रज्ञा से नि:सृत शाश्वत सत्य ...
जीवन सूत्र (1) जीवन का निचोड़/निष्कर्ष- जब भी बड़ों के पास बैठते हैं तो जीवन के सार तत्त्व की बात...
संकल्प की शक्ति
पतंजलि विश्वविद्यालय को उच्च अंकों के साथ मिला NAAC का A+ ग्रेड
आचार्यकुलम् में ‘एजुकेशन फॉर लीडरशिप’ के तहत मानस गढक़र विश्व नेतृत्व को तैयार हो रहे युवा
‘एजुकेशन फॉर लीडरशिप’ की थीम के साथ पतंजलि गुरुकुम् का वार्षिकोत्सव संपन्न
योगा एलायंस के सर्वे के अनुसार अमेरिका में 10% लोग करते हैं नियमित योग
वेलनेस उद्घाटन 
कार्डियोग्रिट  गोल्ड  हृदय को रखे स्वस्थ
समकालीन समाज में लोकव्यवहार को गढ़ती हैं राजनीति और सरकारें
सोरायसिस अब लाईलाज नहीं