परम पूज्य योग-ऋषि श्रद्धेय स्वामी जी महाराज की शाश्वत प्रज्ञा से निःसृत शाश्वत सत्य...
On
शाश्वत प्रज्ञा
1. योग क्रान्ति का दूसरा चरण- विगत तीस वर्षों से सार्वजनिक रूप से योग सिखा रहा हूँ। घर-घर व विश्व में योग की प्रतिष्ठा गौरवान्वित करती है। दो वर्ष कोरोना की त्रासदी के बीते हैं। इस आपदा में भी एक सत्य को पूरे विश्व ने स्वीकारा है कि योगायुर्वेद व निसर्ज के बिना स्वास्थ्य, सुख, शन्ति व स्थाई समृद्धि संभव नहीं है। इसलिए शिवरात्री 1 मार्च से मेरा सभी योगी भाई-बहनों से विनम्र आग्रह है कि सब मेरी तरह से घरों से बाहर निकलें और पूरे देश में सभी पार्कों व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर योग कक्षाओं को एक आंदोलन की तरह प्रारंभ करें। मैं शपथपूर्वक लाखों भाई-बहनों को घर से बाहर निकलकर योग करने व कराने के लिए प्रेरित कर रहा हूँ ।
योग यदि नहीं स्थापित हुआ तो दुनियां में युद्ध, रोग, नशा, हिंसा, झूठ, बेईमानी, अशुचिता, कू्ररता एवं अनेक अमानवीय कृत्य होंगे और सारे संसार में दु:ख, अशान्ति व तबाही होगी। अत: योग करने व कराने के संकल्प से योग की सामूहिक शक्ति के द्वारा हम सब अपना योगधर्म, युगधर्म, सेवा धर्म, ऋषि धर्म, सनातन धर्म, राष्ट्र धर्म, मूल प्रकृति व मूल संस्कृति धर्म निभायें, इसी में हम सबका व विश्व का मंगल है।
2. योग की सामूहिक शक्ति- विगत 20 वर्षों से पतंजलि संस्था एवं संगठन का हमने राष्ट्र व विश्वव्यापी विस्तार किया है। योग शक्ति से भारत विश्व की महाशक्ति बनेगा। सनातन धर्म की विश्व में सच्चे अर्थ में प्रतिष्ठा होगी। राजनैतिक, आर्थिक, वैचारिक एवं मजहबी आतंकवाद से विश्व को मुक्ति मिलेगी। 21वीं सदी का यह सबसे बड़ा कार्य और पूरी मानवता की यह सबसे बड़ी सेवा होगी, बस इस कार्य हेतु 4 से 8 घंटा प्रतिदिन प्रामाणिक रूप से देने के लिए जो भी भाई-बहन तैयार हैं उनको हम संगठन में नये दायित्व देना चाहते हैं।
राज्य, जिला व तहसील स्तर पर नये ऊर्जावान, कर्मठ, सात्विक निष्काम सेवा देने वाले भाई-बहनों को महत्वपूर्ण दायित्व दिये जायेंगे। 2 घंटे की सेवा से योग कक्षा चलायेंगे।
3. नया इतिहास रचने की ओर पतंजलि- योगायुर्वेद स्वदेशी, शिक्षा, स्वास्थ्य, अनुसंधान एवं राष्ट्र व विश्वव्यापी संगठन व सेवा के विस्तार के साथ ही इंटिग्रेटिड पैथी की राष्ट्र व विश्व व्यापी प्रतिष्ठा का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं। पतंजलि वेलनेस, रूचि सोया का F.P.O. इसके बाद पतंजलि के I.P.O. की शृंखला, पतंजलि ग्लोबल यूनिवर्सिटी व पतंजलि ग्लोबल गुरुकुल व भारतीय शिक्षा बोर्ड आदि कार्यों को हम सर्वोपरि प्राथमिकता से पूर्ण करने में लगे हैं। पतंजलि के स्वदेशी अभियान से इन ऐतिहासिक कार्यों को ऊर्जा मिलेगी और आप सबका साथ, सहयोग व आशीर्वाद हमारा संबल होगा।
लेखक
Related Posts
Latest News
01 Nov 2024 17:59:04
जीवन सूत्र (1) जीवन का निचोड़/निष्कर्ष- जब भी बड़ों के पास बैठते हैं तो जीवन के सार तत्त्व की बात...