पतंजलि विश्वविद्यालय में पूर्व छात्र संघ सम्मेलन को लेकर बैठक

पतंजलि विश्वविद्यालय में पूर्व छात्र संघ सम्मेलन को लेकर बैठक

हरिद्वार, 04 जून। पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन स्थित सभागार में पूर्व छात्र संघ सम्मेलन को लेकर एक बैठक आहुत की गई जिसमें वर्ष में दो बार पूर्व छात्र संघ सम्मेलन आयोजित करने पर विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में संकाय और पूर्व छात्रों सहित लगभग 60 प्रतिभागी व्यक्तिगत रूप से उपस्थित थे, जबकि देश और विदेश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 50 पूर्व छात्रों ने वर्चुअल माध्यम से भाग लिया। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि पतंजलि विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों का बढ़ता परिवार योगऋषि स्वामी रामदेव जी और आयुर्वेद शिरोमणि आचार्य बालकृष्ण जी द्वारा प्रतिपादित विश्वविद्यालय के विजन और मिशन को फैलाने में बहुमूल्य योगदान दे सकता है।
बैठक में पूर्व छात्रों के पंजीकरण की रूपरेखा, पूर्व छात्र सम्मेलन की सम्भावित तिथियां, पूर्व छात्रों से विश्वविद्यालय की अपेक्षाएं और पूर्व छात्रों की अपेक्षाएं और सुझाव जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर पूर्व छात्रों के पंजीकरण के लिए पोर्टल बनाने का निर्णय लिया गया। पूर्व छात्र मिलन समारोह की तिथि भी शीघ्र घोषित करने पर भी सहमती बनी।
बैठक का समन्वयन स्वामी डॉ. परमार्थदेव और स्वामी आर्षदेव ने किया। बैठक को प्रो. महावीर अग्रवाल, श्री मयंक अग्रवाल, स्वामी डॉ. परमार्थदेव, स्वामी आर्षदेव, स्वामी बजरंग देव, डॉ. निधिश यादव आदि सहित विश्वविद्यालय के अधिकारियों एवं संकाय सदस्यों ने संबोधित किया। 

Advertisment

Latest News

परम पूज्य योग-ऋषि श्रद्धेय स्वामी जी महाराज की शाश्वत प्रज्ञा से नि:सृत शाश्वत सत्य ... परम पूज्य योग-ऋषि श्रद्धेय स्वामी जी महाराज की शाश्वत प्रज्ञा से नि:सृत शाश्वत सत्य ...
जीवन सूत्र (1) जीवन का निचोड़/निष्कर्ष- जब भी बड़ों के पास बैठते हैं तो जीवन के सार तत्त्व की बात...
संकल्प की शक्ति
पतंजलि विश्वविद्यालय को उच्च अंकों के साथ मिला NAAC का A+ ग्रेड
आचार्यकुलम् में ‘एजुकेशन फॉर लीडरशिप’ के तहत मानस गढक़र विश्व नेतृत्व को तैयार हो रहे युवा
‘एजुकेशन फॉर लीडरशिप’ की थीम के साथ पतंजलि गुरुकुम् का वार्षिकोत्सव संपन्न
योगा एलायंस के सर्वे के अनुसार अमेरिका में 10% लोग करते हैं नियमित योग
वेलनेस उद्घाटन 
कार्डियोग्रिट  गोल्ड  हृदय को रखे स्वस्थ
समकालीन समाज में लोकव्यवहार को गढ़ती हैं राजनीति और सरकारें
सोरायसिस अब लाईलाज नहीं