गीता परमात्मा की वाणी है
योग संदेश  संस्कृति एवं संस्कार  2017  सितम्बर 

लक्ष्य सिद्धि में सहायक समर्पण योग

लक्ष्य सिद्धि में सहायक समर्पण योग गीता परमात्मा की वाणी है। संसार परमात्मा की अनुशासन व्यवस्था। जब तक लोक मानस, समाज, राष्ट्र परमात्मा के अनुशासन में जीता है, गीता भी प्रवाहित रहती है। अनुशासन टूटते ही प्रवाह अवरुद्ध होता है। तब '...
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योग संदेश  सनातन वैभव  2015  जनवरी 

युगीन आंदोलन को समझने के लिए चाहिए दिव्य दृष्टि

युगीन आंदोलन को समझने के लिए चाहिए दिव्य दृष्टि         गीता परमात्मा की वाणी है। संसार परमात्मा की अनुशासन व्यवस्था। जब तक लोक मानस, समाज, राष्ट्र परमात्मा के अनुशासन में जीता है, गीता भी प्रवाहित रहती है। अनुशासन टूटते ही प्रवाह अवरुद्ध होता है। तब '...
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