पतंजलि गुरुकुलम्
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आचार्य अंशुल:
पढऩे वाले पढ़ो कही भी -2
इस पर कोई ज़ोर नहीं
पतंजलि गुरुकुलम् जैसा गुरुकुल
जग में कोई और नहीं
ऋषियों के ज्ञान की गाथा को
यह भव्य गुरुकुल गा रहा,
वेद, मंत्र और हवन यज्ञ से
अंधकार मिटा रहा
सब हो जायेंगे शिक्षित
होगा कोई कमज़ोर नहीं
पढऩे वाले पढ़ो ................
विश्व की हर एक दिशा में
नाम इसका छा रहा,
प्रकाश के एक पुंज जैसा
यह तो जगमगा रहा।
देखकर इसको बादल भी
करता कोई शोर नहीं
पढऩे वाले पढ़ो ................
हरि की सुन्दर धरा के
द्वार पर हैं आ रहा,
दिव्य गंगा मां की गोद में
पंख ये फैला रहा,
कर नमन उस पावन जल को
यह बैठेंगा इक ओर (तरफ) नहीं
पढऩे वाले पढ़ो ................
योग की होगी ये दुनियां
सब जहाँ हो योग का
ये जम़ी हो योग की
ओर आसमां भी योग का
स्वामी जी के दिव्य योग से
होगा कोई रोग नहीं
पढऩे वाले पढ़ो ................
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